गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के गृह क्षेत्र अंबाला कैंट में 63 करोड़ की लागत से कैंसर टर्सरी केयर सेंटर बन चुका है। केवल एटॉमिक एनर्जी बोर्ड की अनुमति व कुछ मशीनों के न आने के कारण बिल्डिंग शुरू नहीं हो पा रही है। आज गृहमंत्री अनिल विज खुद कैंट सिविल अस्पताल में बनी कैंसर बिल्डिंग का निरीक्षण कर सकते हैं। अस्पताल में भी उनके आने की सूचना पर तैयारियों जोरों पर चल रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, उम्मीद जताई जा रही है कि नए साल पर इस बिल्डिंग के शुरू होने का तोहफा अंबालावासियों को मिल सकता है। कैंसर बिल्डिंग के नोडल अधिकारी डॉ. विनय गोयल ने बताया कि इस टर्सरी केयर सेंटर में कैंसर के सभी प्रकार के मरीजों के उपचार और देखभाल की सुविधा उपलब्ध होगी।
इसमें कैमिकल, रेडियोग्राफी और सर्जरी सहित अन्य कई प्रकार की सुविधाएं शामिल हैं। यह प्रदेश का ऐसा पहला सरकारी कैंसर सेंटर होगा, जहां आसपास के भी 50 लाख तक के मरीजों को उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी।

भारत सरकार के एटॉमिक एनर्जी बोर्ड से स्वीकृति मिलने का इंतजार है। इसके लिए कैंसर सेंटर के रेडिएशन सेफ्टी अधिकारी ने एटॉमिक एनर्जी बोर्ड को जानकाारियां भिजवा दी हैं। यहां तक कि अनुमति मिलने के चौथे चरण तक की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो चुकी है।
पिछले दिनों चंडीगढ़ से सेंटर का निरीक्षण करने के लिए डिप्टी डायरेक्टर डॉ. रेखा सिंह और पीजीआइ चंडीगढ़ के चिकित्सकों की टीम आई थी। साथ ही अपनी रिपोर्ट से सरकार को अवगत भी करा दिया था। अब सेंटर को शुरू करने से पहले रेडिएशन सेफ्टी अधिकारियों की टीम कैंसर टर्सरी सेंटर का निरीक्षण करके अपनी रिपोर्ट देगी, उसके बाद अगर सबकुछ ठीक रहा तभी अस्पताल को शुरू करने की अनुमति मिलेगी।